तेज़ाब हमले से एक पीड़ित लड़की द्वारा कही गई ये कुछ पंक्तियां:-
•चलो..! तुमने तेज़ाब फेंक दिया सो फेंक दिया...
अब कुसूर भी बता दो मेरा ।
अब कुसूर भी बता दो मेरा ।
•तुम्हारा इज़हार था मेरा इनकार था
बस इतनी सी बात पर फूँक दिया चेहरा
बस इतनी सी बात पर फूँक दिया चेहरा
•गलती शायद मेरी थी प्यार तुम्हारा ना देख सकी
इतना पाक प्यार था के उसे ना मैं समझ सकी,
इतना पाक प्यार था के उसे ना मैं समझ सकी,
•अब अपनी गलती मानती हूँ क्या अब तुम अपनाओगे मुझे
क्या अब अपना बनाओगे मुझे,
क्या अब अपना बनाओगे मुझे,
•क्या लबो से चूमोगे मेरे होठों को ?
जो अब दिखाई नहीं देते
जो अब दिखाई नहीं देते
•क्या सहलाओगे मेरे चेहरे को,
जिन पर हैं अब फफोले,
जिन पर हैं अब फफोले,
•मेरी आँखों में देखोगे,आँखें डाल कर ?
जिनकी पलके सारी हैं जल चुकी,
जिनकी पलके सारी हैं जल चुकी,
•चलायोगे अपनी उंगलिया मेरे गालो पर ?
जो अब पानी के छालो से हैं भर चुकी..
जो अब पानी के छालो से हैं भर चुकी..
•हाँ..शायद तुम कर लोगे
तुम्हारा प्यार तो सच्चा है ना,
तुम्हारा प्यार तो सच्चा है ना,
•अच्छा ! एक बात तो बताओ,
ये तेज़ाब का ख्याल कहाँ से आया ?
ये तेज़ाब का ख्याल कहाँ से आया ?
•किसी ने बताया था या...
दिमाग में तुम्हारे,खुद ही आया ?
दिमाग में तुम्हारे,खुद ही आया ?
•अब कैसा महसूस करते हो तुम मुझे जला कर...
गौरवन्वित या पहले से और ज्यादा मर्दाना..?
गौरवन्वित या पहले से और ज्यादा मर्दाना..?
•तुम्हे पता है सिर्फ मेरा चेहरा जला है
जिस्म भी तो अभी पूरा बचा है...
जिस्म भी तो अभी पूरा बचा है...
•एक सलाह दूँ..एक तेजाब का तालाब बनवाओ
फिर उसमे मुझसे छलांग लगवाओ
फिर उसमे मुझसे छलांग लगवाओ
•जब पूरी तरह मैं जल जाउंगी
फिर तो तुम्हारा प्यार और भी गहरा हो जाएगा...
फिर तो तुम्हारा प्यार और भी गहरा हो जाएगा...
•एक दुआ है मेरी भगवान से अब..
•कि अगले जन्म में..मैं तुम्हारी बेटी बनूँ,
और तुम जैसा कोई फिर सच्चा आशिक़ मिले...!!!
और तुम जैसा कोई फिर सच्चा आशिक़ मिले...!!!
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